Search for:
  • Home/
  • उत्तराखंड/
  • सेवा पखवाड़े के अंतर्गत, मंत्री प्रेमचंद ने गुमानीवाला के ग्रामीणों से संपर्क किया।

सेवा पखवाड़े के अंतर्गत, मंत्री प्रेमचंद ने गुमानीवाला के ग्रामीणों से संपर्क किया।

सड़कों के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की विधायक निधि का उपयोग करके 30 स्ट्रीट लाइट्स को स्थापित करने की घोषणा की गई।

ऋषिकेश, 05 अक्टूबर (हि.स.)। सेवा पखवाड़ा के तहत गुमानीवाला में ग्रामीणों से सम्पर्क अभियान कार्यक्रम के दौरान, क्षेत्रीय विधायक और मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने साझा किया। गुरुवार को डॉ. अग्रवाल ने गुमानीवाला में विभिन्न सड़कों के निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की विधायक निधि का उपयोग करके और 30 स्ट्रीट लाइट्स स्थापित करने की घोषणा की।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मोदी सरकार के साढ़े नौ सालों में सड़क, रेल, हवाई कनेक्टिविटी का देश में तेजी से विस्तार हुआ। स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हुए है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य की धामी सरकार का पूरा ध्यान विकास के नवरत्नों पर है। इसमें पहला रत्न- केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ रुपये से पुनर्निर्माण का कार्य, दूसरा रत्न- ढाई हजार करोड़ रुपये की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य, तीसरा रत्न- कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत पहले चरण में 16 मन्दिरों को शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि सात अहम कदम इस तरह हैं:

  1. चौथा रत्न – राज्य भर में होम स्टे को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है।
  2. पांचवा रत्न – 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन के विकास का काम राज्य में हो रहा है।
  3. छठा रत्न – उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है, और उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर भी बनाया जा रहा है।
  4. सातवां रत्न – लगभग 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना पर काम जारी है।
  5. आठवां रत्न – ऋषिकेश-हरिद्वार को एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
  6. नौवां रत्न – टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन के काम की शुरुआत हो चुकी है।

इस अवसर पर, मण्डल अध्यक्ष श्यामपुर दिनेश पयाल, महामंत्री चंद्रमोहन पोखरियाल, कार्यक्रम संयोजक सतपाल राणा, सच्चिदानंद रतूड़ी, राजेश्वरी उनियाल, अंजली, ममता जखमोला, विमला रतूड़ी, रीना पंवार, गोदावरी देवी, अन्नपूर्णा लेखवार, पिंकी सजवाण, सरस्वती पांडेय, नीमा देवी, रजनी पैन्यूली, और भरत सिंह जैसे सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।