साहित्य व संस्कृति को समृद्ध करती है लोकभाषा
क्षेत्रीय बोली-भाषा ही वह माध्यम है जो लोक साहित्य और संस्कृति को समृद्ध करती है। महज अलमारी में सजी किताबों से लोक भाषा को समृद्ध नहीं बनाया जा सकता। क्षेत्रीय बोली-भाषा ही वह माध्यम है जो लोक साहित्य और संस्कृति को समृद्ध करती है। महज अलमारी में सजी किताबों से [...]