सिल्क्यारा टनल ब्रेकथ्रू : इतिहास बना, संकल्प पूरा हुआ मुख्यमंत्री धामी ने किया सुरंग ब्रेकथ्रू का शुभारंभ
देहरादून/ उत्तराखंड के विकास और संकल्प की मिसाल बनी सिल्क्यारा सुरंग अब निर्माण की दिशा में एक ऐतिहासिक मुकाम पर पहुंच चुकी है। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा टनल ब्रेकथ्रू कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए इसे “आस्था और समर्पण की शक्ति का जीवंत उदाहरण” बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी भाग लिया और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।

गौरतलब है कि वर्ष 2023 में सिल्क्यारा टनल के निर्माण के दौरान 12 नवम्बर को अचानक हुए भूस्खलन में 41 श्रमिक सुरंग में फंस गए थे। यह ऑपरेशन दुनिया के सबसे जटिल और लंबे रेस्क्यू अभियानों में से एक माना गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। मुख्यमंत्री स्वयं रेस्क्यू स्थल पर कैंप कर अभियान की निगरानी करते रहे और इस दौरान बाबा बौखनाग से मंदिर निर्माण का संकल्प भी लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “उस अंधेरी सुरंग में जहाँ उम्मीद की किरणें भी धूमिल हो रही थीं, बाबा बौखनाग ने पहाड़ों के रक्षक के रूप में शक्ति और विश्वास का संचार किया। जब सुरंग के मुख पर बाबा को विराजमान किया गया, तभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालना संभव हो सका।” उन्होंने कहा कि आज मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ उनका संकल्प भी पूर्ण हुआ है।

टनल की विशेषताएं एवं लाभ
चारधाम यात्रा को सुगम बनाने वाली यह सुरंग परियोजना 4.531 किलोमीटर लंबी है और इसकी लागत लगभग 853 करोड़ रुपये है। डबल लेन की इस सुरंग के निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 26 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और यात्रा समय में भी भारी कटौती होगी। साथ ही इससे क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री की घोषणाएं
इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने चार महत्वपूर्ण घोषणाएं भी कीं:
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सिल्क्यारा टनल का नाम बाबा बौखनाग के नाम पर रखने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेंवला-ब्रह्मखाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अपग्रेड किया जाएगा।
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बौख नाग टिब्बा को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
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स्यालना के निकट हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टमटा, विधायक सुरेश चौहान, दुर्गेश्वर लाल, संजय डोभाल, एनएचएआई के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार, जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एसपी सरिता डोभाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।