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इंसाफ:”अंकिता हत्याकांड: इंसाफ की घड़ी, दरिंदों का फैसला आज!”

कोटद्वार। उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी के लिए इंसाफ की घड़ी आखिरकार आ ही गई। बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड में आज कोटद्वार की अदालत ऐतिहासिक फैसला सुनाने जा रही है। पूरे देश की निगाहें कोर्ट के उस फैसले पर टिकी हैं, जिसने दो साल पहले इंसानियत को झकझोर कर रख दिया था।

क्या है मामला?
18 सितंबर 2022 को ऋषिकेश के वंतारा रिज़ॉर्ट से लापता हुई 19 वर्षीय अंकिता का शव 6 दिन बाद चीला नहर में मिला था। जांच में सामने आया कि रिज़ॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य (भाजपा नेता का बेटा) ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर एक वीआईपी को “एक्स्ट्रा सर्विस” देने से मना करने पर अंकिता को मौत के घाट उतार दिया।

SIT जांच, 500 पन्नों की चार्जशीट और 97 गवाह:
इस मामले ने राज्य सरकार से लेकर पूरे देश को हिला कर रख दिया। SIT गठित हुई, 500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई और 97 गवाहों को नामित किया गया। कोर्ट में 2 साल 8 महीने की सुनवाई के बाद आज फैसला सुनाया जा रहा है।

फांसी चाहिए – पिता की पुकार:
अंकिता के पिता वीरेन्द्र भंडारी का कहना है, “मेरी बेटी को मारने वालों को मौत की सजा मिलनी चाहिए। मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक इन दरिंदों को फांसी नहीं होती।”

कोर्ट परिसर सील, सुरक्षा के सख्त इंतजाम:
कोटद्वार कोर्ट के 200 मीटर के दायरे को पुलिस ने सील कर दिया है। केवल संबंधित वकील, पीड़ित पक्ष और अदालत का स्टाफ ही अंदर जा सकेगा। SSP पौड़ी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात है।

क्या आज अंकिता को मिलेगा इंसाफ? क्या दरिंदों को होगी फांसी? फैसला कुछ ही घंटों में!

यह मामला अब केवल एक लड़की की हत्या नहीं, बल्कि पूरे समाज की आत्मा पर किया गया प्रहार है। आज का दिन न केवल अंकिता के परिवार, बल्कि पूरे देश के न्याय तंत्र की परीक्षा है।