डीएवी कॉलेज की दीवार गिरने से बहन की हुई मौत, भाई गंभीर रूप से घायल, छात्रों ने प्राचार्य से मांगा इस्तीफा
देहरादून। थाना डालनवाला क्षेत्र अंतर्गत स्थित डीएवी कॉलेज के पीछे की अचानक दीवार गिरने से भाई बहन चपेट में आ गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायल भाई बहनों को इलाज के लिए निजी अस्पताल भिजवाया,जहां डॉक्टर ने बहन को मृत घोषित कर दिया, वहीं भाई का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं युवती की मौत के बाद तमाम छात्र संगठनों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया।
कॉलेज की दीवार गिरने से युवती मौत के बाद एनएसयूआई,आर्यन और एबीवीपी छात्र संगठन से जुड़े छात्रों ने बीते देर रात डीएवी कॉलेज में जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने प्राचार्य कार्यालय और मुख्य गेट के आगे नारेबाजी करते हुए प्राचार्य से इस्तीफे की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा काफी समझाने के बाद छात्र शांत हुए। पुलिस के अनुसार सुष्मिता तोमर निवासी जौनसार, पुरोला डिग्री कॉलेज में कनिष्क सहायक के पद पर कार्यरत थी। कुछ दिन पहले ही सुष्मिता की नौकरी लगी थी। सुष्मिता का भाई रघुवीर तोमर देहरादून में डीएवी में पढ़ता है और करनपुर क्षेत्र में ही कमरा लेकर रह रहा है। सुष्मिता अपने भाई के यहां आई हुई थी और रात करीब साढ़े आठ बजे के करीब भाई-बहन करनपुर घूमने आए थे।
जिसके बाद वो पैदल अपने कमरे की तरफ जा रहे थे, तभी डीएवी कॉलेज की पीछे वाली दीवार भरभरा कर गिर गई और दोनों इसकी चपेट में आ गए। जिसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा तत्काल पुलिस को सूचना दी गई और मलबे से दोनों भाई बहन को निकाल कर निजी अस्पताल भिजवाया गया,लेकिन डॉक्टर ने सुष्मिता को मृत घोषित कर दिया और भाई रघुवीर का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बाद छात्र संगठन के छात्रों ने देर रात प्रदर्शन किया और प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने आरोप लगाया है कि करीब डेढ़ महीने पहले ही कॉलेज प्रशासन को दीवार की हालत के बारे में बताया गया था।
दीवार हादसे का कारण न बने इसके लिए छात्र समय रहते उसकी मरम्मत कराने की मांग कर रहे थे। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की मांगों को अनदेखा किया। थाना डालनवाला प्रभारी राजेश शाह ने बताया है कि डीएवी कॉलेज की दीवार काफी पुरानी थी। पुलिस द्वारा शव कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई चल रही है। घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है। साथ ही छात्रों द्वारा देर रात किए जा रहे प्रदर्शन को शांत किया गया।