15 हजार गांवों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे : धन सिंह रावत
देहरादून/श्रीनगर: आज, सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के टीचिंग बेस अस्पताल में एक अत्याधुनिक स्किल सेंटर का शिलान्यास किया। इस सेंटर का पहला चरण 146.60 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है, और इसमें बेस चिकित्सालय के साथ ही राज्य के सभी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और डिजास्टर रिस्पांस टीम को इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट, बेसिक लाइफ सपोर्ट, और एडवांस लाइफ सपोर्ट की प्रशिक्षण दी जाएगी।
स्किल सेंटर के शिलान्यास के अवसर पर, सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के इस उपलब्धि से पूरे प्रदेश को बड़ा लाभ होगा। उन्होंने इसका मकसद प्रदेश में इमरजेंसी मेडिकल सेवाओं को सुधारने की दिशा में बताया, और राज्य सरकार के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इसमें डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, और पैरामेडिकल स्टाफ को अच्छी तरह से प्रशिक्षित करने का अवसर प्रदान करेगा, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति का तत्काल सामरिक समाधान किया जा सके।
इस अवसर पर, एनेस्थिसिया विभाग के एचओडी डॉ. अजय विक्रम सिंह ने स्किल सेंटर की स्थापना के लिए स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया, और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने स्किल सेंटर की स्थापना को स्वागत किया और इसमें नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट कोर्स की शुरुआत की जाएगी। सेंटर में पांच स्किल स्टेशन, एक लेक्चर रूम, और फैकल्टी रूम जैसी विभिन्न सुविधाएँ होंगी।
इस मौके पर बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.रविन्द्र सिंह बिष्ट, डॉ. केएस बुटोला, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. दीपा, डॉ. एएन पांडेय, पेयजल निगम के एई अरविंद चन्द्र, जेई मनोज कुमार, विक्रम भंडारी आदि मौजूद रहे।
प्रदेश 15 हजार गांवों लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के 15 हजार गांवों में स्वास्थ्य चेकअप कैंप लगेगे, जिसके तहत हर छह माह में प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य का नि:शुल्क चेकअप होगा। यदि कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित होगा तो उसे जल्द उपचार शुरु किया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने डेंगू सहित अन्य बीमारियों के फैलने के दृष्टिगत डॉक्टरों की टीम से विशेष अध्ययन करने की बात कही।
आयुष्मान भव: कार्यक्रम में युवाओं का मिला पूरा सहयोग
स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि आयुष्मान भव कार्यक्रम में 80 प्रतिशत युवाओं का योगदान रहा है। पूरे प्रदेश में आयुष्मान भव कार्यक्रम के तहत 500 कैंप लगाये जा चुके है। रक्तदान के लिए अभी तक 1 लाख 47 हजार लोगों ने पंजीकरण कर दिया है। जबकि 49 हजार लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया है। अबतक प्रदेश में 61 लाख लोगों की आभा आईडी बन चुकी है, जबकि 1 करोड़ आभा आईडी बनाने का लक्ष्य है। 53 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके है, जबकि 90 लाख आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने सभी लोगों से आभा और आयुष्मान कार्ड बनाने का आह्वान किया।
इमरजेंसी वार्ड को बने सीनियर डॉक्टरों का रोटेशन प्लान
स्वास्थ्य मंत्री ने बेस चिकित्सालय के इमरजेंसी में वार्ड में सीनियर डॉक्टरों के ना आने की शिकायत पर नाराजगी जताते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व चिकित्सा अधीक्षक को जल्द एक प्लान तैयार करने के निर्देश दिये। कहा कि इमरजेंसी में सीनियर डॉक्टर ना आने की लगातार शिकायत मरीजों द्वारा की जाती है। जिस पर कॉलेज प्रशासन को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिये। इस पर भी वह समस्त मेडिकल कॉलेजो के प्राचार्य के साथ बैठक कर उसके बाद प्रतिदिन समीक्षा बैठक लेंगे।
वी.पी. सिंह बिष्ट
जनसम्पर्क अधिकारी/मीडिया प्रभारी
माननीय स्वास्थ्य मंत्री।