राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में सबसे हॉट सीट बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है. इस सीट पर राजस्थान ही नहीं पूरे देश की नजरे है. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर रविंद्र सिंह भाटी के निर्दलीय चुनाव लड़ने से इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी ताकत झोंक रहे हैं.
बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा सांसद कैलाश चौधरी को पार्टी ने एक बार फिर मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छोड़कर आए उम्मेदाराम को अपना टिकट दिया है. जबकि निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी के ताल ठोकने के बाद कांग्रेस और बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
बीजेपी इस सीट पर अपनी जीत निश्चित करने के लिए कई तरह की रणनितियां बना रही है. बीजेपी ने अब यहां अपनी फिल्डिंग और टाइट कर दी है. बाड़मेर में कैलाश चौधरी के चुनाव प्रचार में बीजेपी ने संत, नेता, अभिनेता और खिलाड़ी सभी को मैदान में उतार दिया है. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी ने अपनी रणनीति में कुछ बदलाव करते हुए कई अहम कदम उठाए हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दो दिन से बाड़मेर दौरे पर हैं. सीएम ने इन दो दिनों में राजपुरोहित, राजपूत, ब्राह्मण ओबीसी सहित कई वर्ग के प्रबुद्ध जनों के साथ बैठक की.
सीएम और डिप्टी सीएम ने बाड़मेर का किया दौरा
वहीं सेवाड़ा में विश्नोई समाज के आराध्य देव जंभेश्वर मंदिर में बिश्नोई समाज के खुले अधिवेशन में भी भाग लिया. सीएम पूरी रात लोगों से मिलते रहे. राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा भी इस चुनावी माहौल में सक्रिय नजर आए और मंगलवार को सुबह बाड़मेर पहुंचे. बाड़मेर शहर में स्थित चंचल प्राग मठ पहुंचकर मटके मां शंभू नाथ सैलानी से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा भी की.
बता दें शंभू नाथ सैलानी का बाड़मेर और आसपास के इलाके में दलित वर्ग में खासा प्रभाव है. पूरे लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो दलित यहां निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में इस सीट से निर्दलीय मुकाबला होने के चलते दलित वोट बैंक अहम रोल निभाएगा. बाड़मेर-जैसलमेर बालोतरा लोकसभा सीट पर बीजेपी की रणनीति के तहत हर वर्ग हर जाति तक पहुंच कर उन्हें साधने के साथ जीत के लिए किलाबंदी की गई है.