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3 तरह का होता है डेंगू, सिर्फ प्लेटलेट्स की कमी ही नहीं इन लक्षणों से भी करें पहचान

डेंगू के प्रकार: कई राज्यों में डेंगू की बीमारी फैली हुई है। स्थिति ऐसी है कि आस-पास के अस्पतालों में डेंगू के मरीज आपको एक बड़ी संख्या मिल जाएंगे। ऐसे में बचाव के तमाम तरीकों को अपनाने से ज्यादा जरूरी है इस बीमारी की पहचान करना। जैसे कि ज्यादातर लोगों को नहीं मालूम की डेंगू में सिर्फ जोड़ों में दर्द, तेज बुखार और प्लेटलेट्स की कमी के अलावा भी कई प्रकार के लक्षण नजर आते हैं। इसके अलावा ये लक्षण डेंगू के अलग-अलग प्रकारों से जुड़े रहते हैं। तो, जानते हैं डेंगू के प्रकार और साथ ही इसके अलग-अलग लक्षण।

डेंगू के प्रकार और इसकी पहचान कैसे करें-Dengue types and symptoms in hindi

1. नार्मल डेंगू बुखार-Mild Dengue Fever

नॉर्मल डेंगू वाला बुखार ज्यादातर लोगों को होता है। इसमें प्लेटलेट्स की कमी होती है पर ये बहुत गंभीर नहीं होता। इसमें  शरीर में तेज दर्द होता है और इसी के साथ व्यक्ति को बुखार आता है। इसके अलावा इसमें शरीर में रैशेज आने लगते हैं और जोड़ों में तेज दर्द रहता है। ऐसे में इन लक्षणों की पहचान से आप डेंगू के इस प्रकार का पता लगा सकते हैं।

2. डेंगू हमरेजिक बुखार-Dengue Hemorrhagic fever

डेंगू हमरेजिक बुखार,नार्मल डेंगू की तुलना में बहुत ज्यादा गंभीर हो सकता है। इसमें बुखार सिर पर चढ़ जाता है। इसके बाद नाक और मसूड़ों से खून आने लगता है। साथ ही स्थिति और गंभीर होने पर व्यक्ति को खून की उल्टियां भी हो सकती हैं। तो, इस बुखार को हल्के में लेना आप पर भारी पड़ सकता है।

3. डेंगू शॉक सिंड्रोम-Dengue Shock syndrome

डेंगू शॉक सिंड्रोम,जानलेवा भी हो सकता है। ये डेंगू के सबसे खतरनाक प्रकारों में से एक है। इसमें व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कम होने लगता है, बेचैनी बढ़ती है और वो व्यक्ति बेहोश हो सकता है। डेंगू के इस प्रकार में व्यक्ति एक नहीं कई बार बेहोश हो सकता है। इसलिए आपको डेंगू के इन प्रकारों के बारे में जानते हुए इस बीमारी से बचने की कोशिश करनी चाहिए।

साथ ही डेंगू से बचाव के लिए तमाम वो उपाय अपनाएं जो इस बीमारी से बचाव में मददगार हो सकते हैं और इस स्थिति से बचा सकते हैं। जैसे कूलर का पानी साफ रखें, मच्छरदानी लगाएं और डेंगू से बचें।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)