गाजियाबाद में फर्जी हथियार लाइसेंस और हथियारों के साथ एक सेवानिवृत JCO को गिरफ्तार किया गया
अधिकारी ने बताया कि पुलिस द्वारा बरामद किये गये ये सभी हथियार अलग-अलग जिलों के गन हाउस से खरीदे गये थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल ये हथियार आरोपी परमेंद्र को नवीनीकरण के लिए दिए गए थे.
गाजियाबाद (उप्र) :
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को सैन्य पुलिस में तैनात एक सेवानिवृत्त जेसीओ (जूनियर कमीशंड अधिकारी) को फर्जी हथियार लाइसेंस और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, परमेंद्र (52) को मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के सेंट्रल स्कूल इलाके से एक पिस्तौल, एक रिवाल्वर, मैगजीन, दो राइफल, एक डबल बैरल बंदूक और फर्जी हथियार लाइसेंस के साथ गिरफ्तार किया गया.
अपर पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध) सचिदानंद ने बताया कि आरोपी के कब्जे से जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और कुपवाड़ा के हथियार कार्यालय के छह रबर स्टांप भी बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि आरोपी इन रबर स्टांप (मोहरों) का इस्तेमाल फर्जी लाइसेंस बनाने के लिए करता था.
फर्जी लाइसेंस की एवज में लेते थे 15 हजार रुपये
अधिकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि हिमाचल प्रदेश में तैनाती के दौरान वह अमित मुटरेजा, कृष्णा सोनी नाम के दो एजेंटों के संपर्क में आया, जो सेना के जवानों के लिए फर्जी लाइसेंस बनाते थे. उन्होंने बताया कि फर्जी लाइसेंस बनाने की एवज में आरोपी 10 से 15 हजार रुपये लेते थे.
अलग-अलग जिलों के गन हाउस से खरीदे गए थे हथियार
अधिकारी ने बताया कि पुलिस द्वारा बरामद किये गये ये सभी हथियार अलग-अलग जिलों के गन हाउस से खरीदे गये थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल ये हथियार आरोपी परमेंद्र को नवीनीकरण के लिए दिए गए थे.
अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने फर्जी लाइसेंस को नवीनीकरण के लिए ले रखा था लेकिन साइबर अपराध शाखा को भनक लग गई और उसे पकड़ लिया गया.
पुलिस ने बताया कि परमेंद्र के अन्य साथी पुलिस की रडार पर हैं और उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.